रायपुर. पहाड़ ले गिरत सुघ्घर झरना, आसपास अईसे नजारा के लागथे प्रकृति ह अपन जम्मो रंग ल इहें डार दे हे। फेर ए दरी पानी नई गिरे ले इहां के ए सुघ्घर नजारा ह जनजीवन के संगे-संग प्रभावित हो गे हे।
मन म ए नजारा ले चाह लेके पर्यटक मन उहां जाए फेर लउट जात रिहिन काबर कि झरना ह सूख गे रिहिस। अब पर्यटक मन ल धियान म रखके प्रशासन ह कुछ इंतजाम करे हे। पानी नई गिरे ले जम्मो छत्तीसगढ़ सूखा के मुहाना म खड़े हे। एखर असर राजधानी ले 85 किलोमीटर दूर मउजूद प्रसिद्ध जतमई वाॅटर फॉल म घलो पड़े हे।
जुलई के आखिरी महीना ह चलत हे फेर झरना ल सुक्खा देख के पर्यटक मन मायूस हो के लउटत रिहिन। पर्यटक मन के इही मायूसी ले निपटे बर वन विभाग ह क्रेडा के मदद ले जुगाड़ ले झरना ल सुघ्घर बनाए के कोशिश करत हे।
एखर बर झरना के नीचे 1 लाख लीटर क्षमता के एक टंकी बनवाए गे हे। ए टंकी ल भरे बर दू ठन बोर घलो करवाए गे हे। एमा 10 हार्स पॉवर के तीन समर्सिबल पंप लगाए गे हे जेखर ले लिफ्ट करा के पानी ल झरना के उपर शिफ्ट करे जात हे।
ए पंप ह करीब 400 मीटर दूर 3 अलग-अलग जगह म पानी ल लिफ्ट करात हे जिहां ले झरना म पानी गिराए जात हे। लोगन मन के कहिना हे कि सूखा के हालत अब्बड बेरा के बाद देखे बर मिलत हे। एखर पहिली झरना म पर्याप्त पानी रहय अऊ पर्यटक मन के भीड़ रहय। पहली बार पर्यटक मन के संख्या अतेक घटे हे। अऊ जेन भी जात रिहिन मायूस हो के लउट जात रिहिन।
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